रात के छोटे हाथ आत्माओं को समझा हीलिंग स्टिक के चारों ओर लपेटा हुआ ध्यानियों के आँगन में. चन्द्रमुखी माली दलदल से रेत निकाली बिखरा हुआ सोने का पाउडर मौन के वृक्षों के नीचे. आसपास की दीवार में संचारकों के खुलेपन से महिलाओं का इत्र गुलाब दूल्हे के दरवाजे पर इकट्ठे हुए. प्रकाश की बाढ़ से प्रभामंडलित जेट-काले बाल अपतटीय हवाओं तक पहुंचाए गए मूंगा मछुआरों के गीतों के साथ घुलना-मिलना वह लैगून से निकलती है. मृतकों का क्रूस पार किया समुद्री जानवरों को समर्पित शंखों की पुकार लोमड़ी की छाया को हिलाया. स्वप्नों की गोदी रेखा को ऊपर उठाना टकटकी के चारों ओर हम अनुग्रह के इस समय में थे श्वेत कैलेंडर की शुरुआत की गई. सुबह की तरह कोमल मादकता हल्केपन की कुंजी रखने के लिए जिसका केवल हमारा अस्तित्व ही हकदार है de posséder le lien. भेड़िये अपनी जीभ चटकाने में मेहनती होते हैं बैगपाइप को बढ़ाने की पहल की निवर्तमान धुंध की हल्की शिकायतें एक परम ऊर्जा के कंपन की ओर. जैसे ही ढोल गूंज में प्रवेश करते हैं la Femme d'Esprit recousit nos jambes à la terre बहुत देर तक बैठे रहने वाले उल्लू का उपहार sur la clide du jardin. 779