
अपनी गंदी मुट्ठी से
लॉग के खिलाफ दबाया नाक
~ ला बेलेट था
चमकती रोशनी पर झुकेंएस
बेशर्म मौत .
304
अपनी गंदी मुट्ठी से
लॉग के खिलाफ दबाया नाक
~ ला बेलेट था
चमकती रोशनी पर झुकेंएस
बेशर्म मौत .
304
जल्दी से छलांग लगाओ
इस मधुर और विनम्र जीवन के
~ खुली चिमनी .
303
इतने सारे मुखौटे
au défilé du temps
~ दिन टूट गया है .
Traces de lumière
स्वर्ग और पृथ्वी के बीच .
302
शरद ऋतु की रोशनी में
मैं तुम्हारे होंठ बांट दूंगा
~ गलफड़ों की बचत
Au soir de notre rencontre
301
Entre mes doigts gris
नया दिन उभरे
~बूँद पानी की पेशकश
एक विचार से दूसरे विचार में
छाया के नियम
300
भोर के गिलास में
दीवारों का फूल और खेतों की बिल्ली
~ लंबित मेंढक
298
बर्फ से छिपा हुआ
मेरे सामने गोल दर्पण
~ मैं आपके पास पहले ही आ चुका हूँ
299
फीता से सजी
पेट पर एक मोमबत्ती
~ टकटकी के पंख
297
वह बगेर को आगे बढ़ाता है
कमजोर डरा हुआ झटकेदार
~ ग्रे माउस बारिश.
296
मोमबत्ती जलाना रात को खिड़की से बाहर ~ juste sfumato Ne pas avoir peur शब्दों की छाया से 295