पीले रंग में चक्कर लगाकर आंखें मैं चुप्पी के चुंबन डाल. प्यार की पेशकश की विशालता पर मैं अहंकार के सड़ांध को बनाए रखता हूं. अपने सभी विचारों से बाहर मैं शांति शाखा विकसित करता हूं. ग्रे शहरों की छत पर धुएं आशा के प्रतिबिंब हैं. निवास के दरवाजे पर मैं हँसी की हवा की धारा महसूस करता हूं. उन लोगों में से जिन्हें हम प्यार करते थे मैं स्मृति के सुराख़ का स्वागत करता हूं. हर सेकंड बीत गया अपने बुद्धिमान कुत्ते को उसके डोरी संलग्न करने के लिए. एक सर्दियों की शाम पके फलों के रंगों की आंखें मैं देख लूंगा खिड़की पर भय उत्पन्न करनेवाला अपनी जमे हुए भाषा में अशिष्टता जीवंत कलम कहानी बताने के लिए एक लकड़ी के तख्तों से वह सर्दी इंतजार कर रही थी इसके कवर किए गए बर्फ के टुकड़े एक बड़े दिल की तरह एंजेल जंप की सुबह. 649