प्रौढ़ शिक्षा .
में रहना यहां .
वश में मृत .
से देखें उच्च .
के निर्माता होने के लिए संस्कृतियों .
में रहते हैं चेतना जानने की प्रक्रिया : अनुभूति – सनसनी – विचार (छवि, विचार) – अनुरक्ति – प्रजनन ; खुशी के परिणामस्वरूप or निराशा इसलिए पीड़ा के लिए, इसलिए इस पर काम करने की जरूरत दर्द .
व्यायाम करें “मर्मज्ञ दृष्टि”, क्या है की तत्काल धारणा .
में होना दुनिया में होने का आनंद, में ” बातचीत-संबंधी ” ज्ञान के बीच बहुवचन और अनुभवात्मक आत्म-ज्ञान, एक अंतहीन संवाद, लक्ष्य और खतरों का पूर्वाभास किए बिना .
पीछे हटने का मुकाबला अपने आप पर .
में होना ब्रह्मांड के साथ उचित संबंध .
का नागरिक होना दुनिया .
बुद्धिमान बनो, किसी के सोचने के तरीके को विनियमित करें, दूसरों की सेवा करने के लिए, का हिस्सा होना दुनिया .
देखें दुनिया मानो पहली बार देख रही हो .
में होना न जानने का रवैया .
पता है कि दर्शन दर्शन की गतिविधि को रास्ता देता है .
जरा देखो तो विचार की प्रकृति के बारे में स्पष्ट .
ज़ोर देना दूसरों में ” अपने लिए सोचो ” .
में होना संवाद और दूसरे के लिए रचनात्मक समायोजन .
हो अतीत में किए गए सभी प्रतिबिंबों का भंडार .
सचेत रहना, सुसंगत और तर्कसंगत .
विनम्र होना जो कहा या लिखा गया है उससे पहले .
इसके सामने भाषा सोचती है कि इसका क्या मतलब है, उसे क्या कहना चाहिए और वह क्या कर सकता है कहने के लिए .
सहिष्णु बनो और विचार की स्वतंत्रता की रक्षा .
किसके लिए रेने चार की तरह व्यवहार करके समुद्र की भावना में प्रवेश करें : ” सबूतों के प्रत्येक पतन पर कवि भविष्य की एक सलामी के साथ प्रतिक्रिया करता है ” .
168